ख्याल जज्बात और कलम
Sunday, 2 August 2020
काफी दिन हुए न कोई ख्याल ही आया न ही कुछ लिख पाया
आज जो फुरसत मिली तो मैंने खुद को बड़ा मशरूफ पाया।
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Comments (Atom)