वो कह देना जा अब न होगी बात तेरी मेरी फिर कभी
और हर गुनगुनाती घंटी पे सोचना तेरा फ़ोन आया है
भूल कर भी भूले से न मिलेंगे अब सब ख़तम दरमियाँ
और फिर हर आहट पे सोचना के चौखट पे तुम आये
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