Thursday, 18 November 2021

 दिखा के चांद हमे वो लोग सारे सितारे समेट ले गए

 ना वो चांद ही है, ना ही सितारे हैं अब करीब अपने

गफलत मैं ही रहे हम, देखो अब हाथ खाली रह गए

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