कुछ इस तरह भी कभी मैं रिश्तो को निभा दिया करता हूँ
टूट न जाये रिश्ते इसलिए बेवजह उन्हें मना लिया करता हूँ
रूठ जाते है वो अक्सर सोच के , के हम उन्हें मना ही लेंगे
ख़ुशी की खातिर उनकी
अपने जज्बात दिल मैं ही दबा लिया करता हूँ
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