Thursday, 18 August 2022

 दिखाने को हँसी चेहरे पे और वो चहरे पे ढेर सारा सकून रखता है 

किसे क्या पता वो शक्श हंसी की आड़ में 

गम ज़माने भर का दिल मैं छुपाये फिरता है।

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