कब तक रहूँ खड़ा दृढ़ हर वक़्त, इस मदमाते, आते बार बार तूफ़ान में ,
अंदर से रोता दिल पर ऊपर से हँसना, खड़ा हूँ दृढ मगर हूँ परेशान मैं.
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