Tuesday, 25 February 2025

 पहली नौकरी जब आपने पहली बार जिम्मेदारी का एहसास किया था जब पहली बार किसी ने आप पे भरोसा किया था जब पहली बार आपको लगा था की अब सपने पुरे होंगे।


पहली नौकरी शायद पहले प्यार की तरह होती है जिसे आप कभी न भूलने वाले दिल के किसी कोने में संजो के रखते है। आपके खट्टे मीठे अनुभव , आपके बनने सवरने की जद्दोजहद वो जी जान लगा देना अपनी कंपनी के लिए। जी जान क्यों न लगा दे जब अनुभव न होने के बाद भी आपको किसी ने मौका दिया और भरोसा दिखाया की हाँ हमे यकीं है कुछ तो पक्का करोगे तुम। जब आपके अंदर के कोहिनूर को पहली बार मैं किसी ने पहचान लिया था।
उसके बाद आपके अंदर अपने आप को साबित करने की होड़ लग जाती है वो चाहे कुछ सीखना हो या किसी प्रोजेक्ट की अंतिम तारीख की डिलीवरी पे रात को रुकना।

और वो पहली सैलरी बेसक काफी कम थी मगर आज जो भी मिल रही हो उससे कंही जायदा एहमियत रखती थी तब। और वो पहले बोनस /वेतन वृद्धि पे अपनों के लिए कुछ ले जाना जो उस वक़्त लगता था जैसे कुछ हासिल किया हो।

पहली नौकरी काफी कुछ सीखाती भी है अगर आप सीखना चाहते है तो वो चाहे फिर जीवन के बारे मैं हो या फिर लोगो के बारे में या फिर आपके खुद के बारे मैं। अच्छे लोग जीवन का हिस्सा बन जाते है और जो अच्छे नहीं है वो आपको एक अनुभव देके जाते है जो आपको आपके आगे के जीवन मैं समय समय पे बताता रहता है क्या करना है क्या नहीं या किस पे किस हद तक भरोसा करना है।

सार यही है जब आपको कोई अनुभव न हो और आप एक दम कोरे कागज हो उस वक़्त जब कोई आप पे भरोसा दिखता है तो वो लम्हे काफी खास होते है क्यूंकि वो भरोसा आपके जीवन को दिशा देके उसकी दशा को बदल रहा होता है।
इसलिए कभी ज़िंदगी ऐसे मोड़ पे ला खड़ा करे जब आप भी किसी का हाथ पकड़ के बोल सके कोई नहीं तू कर लेगा तब हिचकिचाना नहीं बस हाथ पकड़ के अपने साथ समान्तर खड़ा कर ले उसे। अच्छा लगेगा आपको भी और वो वही अनुभव करेगा जो आपने अपनी पहली नौकरी मिलने पे किया था।

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