पागल के पागलपन मैं भी एक मजा है
जिसको चाहो उसका न मिल पाना एक सजा है
दूर से ही दिल का बेहाल यूँ बहल जाना अच्छा है
इधर उधर निकल जाता है क्या करे दिल तो बच्चा है।
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