ख्याल जज्बात और कलम
Saturday, 4 April 2020
ऐसे वक़्त घर से बेमतलब तू निकलना ही क्यों है
आबोहवा में फैला जहर चारो तरफ तुम्हे पता है
मौत को गले लगाने की तुझे ऐसी भी जल्दी क्यों है
हमेशा तुझको ख्वाहिश थी घर मैं समय बिताने की
आज मिला समय तो,तू आज इतना उतावला क्यों है।
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