नौकरी भी एक अजब गजब कहानी है
रोज नित नए आते है प्रस्ताव नौकरी के
जब तक है हाथ मैं आपके नौकरी
और जैसे ही गई वह नौकरी भैया आपकी
तो ना आते प्रस्ताव नए न ही कोई बुलाबे
आदमी भी सोचे किस्मत ख़राब है अपनी
या नौकरी के बाजार मैं हुआ है कोई लोचा
न जाने कँहा गए वह प्रस्ताव और बुलाबे
रिज्यूम भी अब तो अपडेट हो गया कईबार
हे एच आर अब तो बुला ही लो हमे एक बार।
No comments:
Post a Comment